Holika Dahan Puja Vidhi 2021 - होलिका दहन पूजा विधि हिंदी में

Holika Dahan Puja in Hindi 2021

होलिका दहन फाल्गुन मास में पूर्णिमा के दिन है. होलिका दहन के दिन हम होलिका का नहीं अग्नि देव की पूजा करते हैं.

होलिका दहन पूजा विधि 
(Image Credit : Khas khabar)

जहां पूजा करनी होती है वहां उस स्थान को स्वच्छ रखते हैं और फिर वहां बास होलिका के रूप में गाड़ते हैं बांस में एक लाल झंडा या पीला लगा देते हैं और जो गांव के पुरोहित या पुत्रवान ना हो उनसे यह होली गढ़वायी जाती है. हल्दी,अक्षत, एक सिक्का, फूल, सुपारी गडडा करके उसमे यह बांस लगाते है.उसमें गाय के गोबर का कंडा डालते हैं और वहां पर जो घर में मिष्ठान गुझिया वेसन की पपड़ी  जो बनाते हैं वहां प्रसाद के रूप में चढ़ाते हैं साथ ही गुड़ का भोग लगाते हैं गेहूं की बालियां चना यह भी आहुति के रूप में डालते हैं.जहाँ होलिका दहन  कर रहे है. वहां पूजा में नारियल की भेंट देते है. सब जगह की अपनी अपनी मान्यता होती है. और पूजा करने की विधि अलग अलग होती है.

होलिका दहन के अगले दिन 

होलिका दहन रात में की जाती है और उसके अगले दिन सुबह होली का त्यौहार मनाया जाता है होली उत्सव को वसंतोत्सव भी कहा जाता है होलिका दहन की अग्नि को घर लाया जाता है उसकी पूजा की जाती है फिर उसमें छोटी-छोटी बाटी बनाई जाती है तथा गुलाल और फूलों से बना रंग भगवान को चढ़ाया जाता है इसके बाद घर के बड़ों को गुलाल लगाकर उनके आशीर्वाद लिया जाता है इस तरीके से साधारण रूप से होली मनाई जा सकती है.

वृन्दावन में होली 

(Image Credit : Hindi -Web)
वृंदावन में होली का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है वहां बांके बिहारी कृष्ण और राधा संग होली का त्यौहार बहुत ही अद्भुत लगता है वहां होली का त्यौहार बाकी त्योहारों से बहुत ही विशेष है वहां भक्तों का नजारा देखने योग्य होता है बहुत ही मंदिरों को सजाया जाता है और रंगों भरी होली मनाई जाती है फूलों से सजाया जाता है यह होली का त्यौहार अपने आप में एक विशेष पर्व है.

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